रविवार, 12 अक्तूबर 2014

अतुल डोडिया : मिथक और समकालीनता

वेदप्रकाश भारद्वाज

अतुल डोडिया ऐसे कलाकार हैं जिन्होंने अपनी प्रत्येक नयीप्रदर्शनी और प्रत्येक नयी श्रृंखला से प्रेक्षकों को चैंकाया है, अपनेविषयों को लेकर और तकनीक को लेकर भी। कैनवस और कागजजैसे परम्परागत माध्यमों के अलावा वे ऐसी सतहों पर भी कामकरते रहे हैं जिनके बारे में पहले कोई सोचता नहीं था। उदाहरणके लिये हम उनकी दुकानों के शटर पर की गयी पेंटिंग को लेसकते हैं। उनकी प्रत्येक श्रृंखला ऐसी है कि उस पर अलग से बातकरने की आवश्यकता है।............... http://kalavimarsha.blogspot.in/2014/10/atul-dodiya.html